जब तक प्रकृति रहेगी धरती पर मानव सभ्यता रहेगी कवियों में चातक प्यास रहेगी तब तक बादल कविता में आलम्बन और उद् दीपन बनते रहेंगे।
2.
साहचर्य के नियमानुसार भौतिक मूर्ति से मानसिक भावविशेष का उद् दीपन हो जाता हैं, अथवा मन में भावविशेष का उद् दीपन होने से तदनुरूप मूर्तिविशेष का भी आविर्भाव होता हैं।
3.
साहचर्य के नियमानुसार भौतिक मूर्ति से मानसिक भावविशेष का उद् दीपन हो जाता हैं, अथवा मन में भावविशेष का उद् दीपन होने से तदनुरूप मूर्तिविशेष का भी आविर्भाव होता हैं।